Mera Priya Khel Par nibandh in hindi

 आज मैं आपको मेरा प्रिय खेल पर निबंध हिंदी में बताऊंगा खेल कई प्रकार के होते हैं जैसे कि क्रिकेट फुटबॉल वॉलीबॉल खो खो आदि इन सभी खेल से हमारे शरीर को बहुत ही ज्यादा फायदा होता है।

मेरा प्रिय खेल क्रिकेट पर निबंध

Mera Priya Khel Par nibandh
Mera Priya Khel Par nibandh
 
 
आज मैं आपको मेरा प्रिय खेल पर निबंध हिंदी में बताऊंगा खेल कई प्रकार के होते हैं जैसे कि क्रिकेट फुटबॉल वॉलीबॉल खो खो आदि इन सभी खेल से हमारे शरीर को बहुत ही ज्यादा फायदा होता है। 

क्रिकेट खेल में 11 लोगों का टीम होता है और इसमें खेलने के लिए एक समतल मैदान की आवश्यकता होती है और 11-11 लोगों की टीम इस मैदान पर क्रिकेट का खेल खेलते हैं।

क्रिकेट खेल का आयोजन लगभग सभी स्कूलों और कॉलेजों में होता रहता है और इस खेल को सभी स्टूडेंट पसंद करते हैं पहले क्रिकेट को केवल लड़के खेला करते थे लेकिन आज के समय में बालिकाएं भी क्रिकेट में रुचि रखने लगी है।

इस खेल को खेलने के लिए एक अच्छे मैदान की आवश्यकता होती है और उस मैदान के बेचने 22 सीट का पिच होता है जिस पर बैटमैन और बोला खेल को खेलते हैं और उस पिच के आसपास सभी प्लेयर होते हैं जो की फील्डिंग करते रहते हैं।

क्रिकेट के खेल को जीतने के लिए दोनों टीम को सबसे ज्यादा रन बनाने होते हैं जो टीम सबसे ज्यादा रन बनाती है वह इस खेल को जीत जाता है।
 
क्रिकेट के खेल के निबंध को पूरा पढे:-

मेरा प्रिय खेल क्रिकेट पर निबंध | hindi essay mera priya khel cricket


मेरा प्रिय खेल खो खो पर निबंध

खो खो खेल बहुत ही प्राचीन खेल है और इसका जन्म भारत में ही हुआ था इसको बहुत से लोग आज ही खेलते हैं और बहुत से लोग पहले से खेलते आ रहे हैं इस खेल का आयोजन स्कूलों में भी होता है वहां पर जो टीम खो खो के खेल को जीत जाती है उसे पुरस्कृत करके सम्मानित किया जाता है।

खो खो के खेल में 9 खिलाड़ी होते हैं जो कि एक दूसरे के खिलाफ मैच खेलते हैं इस खेल को खेलने के लिए दौड़ने में स्पीड और सोचने की क्षमता तेजी होनी चाहिए। 

इस खेल को खेलने के लिए ज्यादा बड़े मैदान की आवश्यकता नहीं होती है इस खेल को खेलने के लिए दो हम भी गाड़ दिए जाते हैं और उसी कंबल के बीच सभी प्लेयर को खड़ा कर दिया जाता है दोनों टीम को एक दूसरे के विपरीत एक लाइन में खड़ा किया जाता है। 

और खेल शुरू होने के बाद एक खिलाड़ी दूसरे खिलाड़ी को पकड़ने के लिए भागता है और अगर पहले फिर आज खिलाड़ी दूसरे खिलाड़ी को पकड़ लेता है तो दूसरा खिलाड़ी खेल से बाहर हो जाता है।
 
इसी प्रकार जिस की टीम सबसे पहले अपने सामने के खिलाड़ियों को बाहर कर देती है वह इस प्रतियोगिता को जीत जाता है। 
 
खो खो के खेल के निबंध को पूरा पढ़ने के लिए यहा क्लिक करे:-

मेरा प्रिय खेल खो खो पर निबंध हिंदी में | kho kho essay in hindi


मेरा प्रिय खेल कबड्डी पर निबंध 

कबड्डी एक बहुत ही पुराना खेल है जिसे खेलने के लिए किसी भी तरह की ज्यादा सुविधा की आवश्यकता नहीं होती है इसे खेलने के लिए आपको बस एक समतल और हरे घास से भरा मैदान चाहिए होता है।

वैसे तो इस खेल के कोई नियम नहीं थे लेकिन समय के चलते चलते जैसे एक प्रचलित होने लगा है उसमें कुछ नियम जोड़ दिए गए हैं। 

इस खेल को सबसे ज्यादा गांव में खेला जाता है और अब इस खेल को राष्ट्रीय स्तर पर भी खेला जाता है और इसके लिए बड़े-बड़े खेल भी आयोजित किए जाते हैं जहां पर जीतने वाली टीम को पुरस्कृत किया जाता है।

कबड्डी खेलने के लिए बीच में एक रेखा खींची जाती जाती है और उसके बाद सभी लोगों को दो टीम में बांट दिया जाता है और दोनों टीम को रेखा के आरपार कर दिया जाता है और फिर उसके बाद एक टीम का खिलाड़ी दूसरे खिलाड़ी के पाले में जाता है।
 
और वहां पर कबड्डी कबड्डी बोलते हुए एक सांस में किसी को छूकर वापस आना होता है अगर वह खिलाड़ी किसी को छूकर वापस आता है तो उसने जिस व्यक्ति को छुआ है। 
 
 वह व्यक्ति खेल से बाहर हो जाएगा अब उसके टीम का कोई व्यक्ति पहले वाले टीम के किसी व्यक्ति को कबड्डी कबड्डी बोलते हुए एक सांस में शुरू करो अपने पाले में वापस चला जाता है। 
 
 तो उसका खिलाड़ी वापस उसके टीम में आ जाएगा और उसने जैसे खिलाड़ी को सुबह है वाह इस खेल से बाहर हो जाएगा इसी प्रकार खेल चलता रहता है और जो सबसे पहले सभी को आउट कर देता है वह इस खेल को जीत जाता है 
 
कबड्डी का पूरा निबंध पड़ने के लिए यहा क्लिक करे:-

मेरा प्रिय खेल कबड्डी निबंध | Mera Priya Khel Kabaddi

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